अभी हम आप के साथ jaigarh fort jaipur के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साँझा करने जा रहे है.
जयगढ़ दुर्ग कहाँ है :-
यह दुर्ग जयपुर में बना हुआ है. जयगढ़ दुर्ग जयपुर के शासको की आपातकालीन राजधानी हुआ करता था। जिस प्रकार मारवाड़ के शासको की आपातकालीन राजधानी सुबाणा का दुर्ग था। जिस प्रकार मेवाड़ के शासको की आपातकालीन दुर्ग कुम्बलगढ़ दुर्ग और कभी गोगुन्दा दुर्ग हुआ करता था।
यह दुर्ग भी एक पहाड़ी पर बना है जिसे हम चील की पहाड़ी भी कहते है. और ये दुर्ग जिस टीले पर बना हुआ है उसका नाम चील का टीला है । इस टीले का निर्माण मिर्जा राजा मानसिंह के द्वारा करवाया गया था. और इस किले के महल और दुर्ग का निर्माण मर्जा राजा जयसिंह द्वारा करवाया गया।
यह दुर्ग अरावली की पहाड़िया से घिरा हुआ है.
जयबाण तोप :-
इस दुर्ग में राजस्थान की ही नहीं भारत की ही नहीं पुरे एशिया की सबसे बरी तोप है, जिसका नाम जयबाण तोप है. मध्य काल में जो तोप बनाने का कारखाना था वो भी इसी दुर्ग में था।
यह जयबाण तोप एक ही बार जयपुर के पास चाक्षु में चलाई गयी थी, और इस से जो गोला गिरा था उस से एक तालाब का निर्माण हुआ था।
यह तोप की लमबाई 20 फीट और वजन 50 टन है. और इस में जो गोला डाला जाता था वो 100 किलो का होता था.
jaigarh fort jaipur को रहस्य मई दुर्ग क्यों कहा जाता है :-
इस दुर्ग को रहस्य मई दुर्ग भी माना जाता था। इस दुर्ग के दरवाजे 24 बंद रहते थे, इस दुर्ग के 2 रक्षक हुआ करते थे उनको और राजा को ही प्रवेस द्वार का पता होता था।
इस दुर्ग में कुछ महल है जिनका निर्माण सवाई जयसिंह ने करवाया था जिन्हे सवाई जयसिंह के महल कहा जाता है. सवाई जयसिंह ने बाद में जयपुर भी बसाया था।
विद्याधर भटाचार्य के नेतृत्व में सवाई जयसिंह के महल का निर्माण करवाया गया।
Jaigarh fort jaipur खजाने वाला दुर्ग :-
कहा जाता है की इसी दुर्ग में जयपुर के शासको का खजाना होता था। और इस लिए इंद्रागाँधी ने खजाने की खोज के लिए एक अभियान (सर्च अभियान) भी चलाया था।
इस दुर्ग का रक्षक काल भैरव को माना जाता है. इस दुर्ग का पूर्ण निर्माण सवाई जयसिंह के नेत्रत्व में हुआ। और इस दुर्ग की नीव मिर्जा राजा जयसिंह के काल में राखी गयी। इस दुर्ग में विजयगढ़ी एक छोटा दुर्ग है।
मध्यकालीन हथियारों का संग्रहालय भी इसी दुर्ग में है। राजनैतिक विद्रोहियों को इस दुर्ग में बंदी बना कर रखा जाता था। कहा जाता है की जो एक बार यहां आ जाता था, वह यहां से जिन्दा वापस नहीं जाता था।
निर्माण करता कोन थे :-
अगर आप से पूछजाए की इस दुर्ग का निर्माण करता कोन है तो वो मिर्जा राजा जयसिंह है।
अगर आप से पूछजाए की इस दुर्ग का पूर्ण निर्माण करता कोन है तो वो सवाई जयसिंह है
दोस्तों ये कुछ महतवपूर्ण जानकारी जयगढ़ दुर्ग के बारे में थी, हम आसा करते है आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी। अपनी राय नीचे comment बॉक्स में दे।
धन्यवाद।
People also search (FAQ) about Jaigarh fort Jaipur
who built jaigarh fort ?
जयगढ़ का किला राजस्थान के अरावली पर्वतमाला पर स्थित एक स्मारक किला है, जो समुद्र तल से 500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। किले का निर्माण 1726 में प्रसिद्ध राजा जय सिंह द्वित्य द्वारा आमेर किले को मजबूत करने के लिए किया गया था।
Jaigarh Fort timing ?
दोस्तों जयगढ़ दुर्ग सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है. और सातो दिन खुला रहता है.
Jaigarh fort Jaipur ticket price ?
दोस्तों जयगढ़ दुर्ग में गुमने के लिये अगर आप भारतीय हो तो 35 रूपये फ़ीस लगती है, और आप विदेशी नागरिक हो तो 85 रुपए फ़ीस लगती है.
Jaigarh Fort History in Hindi ?
इस दुर्ग को रहस्य मई दुर्ग भी माना जाता था। इस दुर्ग के दरवाजे 24 बंद रहते थे, इस दुर्ग के 2 रक्षक हुआ करते थे उनको और राजा को ही प्रवेस द्वार का पता होता था।
इस दुर्ग में कुछ महल है जिनका निर्माण सवाई जयसिंह ने करवाया था जिन्हे सवाई जयसिंह के महल कहा जाता है. सवाई जयसिंह ने बाद में जयपुर भी बसाया था।
क्या आप भटनेर दुर्ग के बारे में ये सब जानते है, Bhatner fort Hanumangarh history questions and answers
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